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A Simple Key For Shiv chaisa Unveiled

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पूजन रामचन्द्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥ त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। येहि अवसर मोहि आन उबारो॥ ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय ।। हाथो में त्रिशूल लिए है गले में है सर्पो की माला देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख https://online57901.mappywiki.com/1027208/shiv_chalisa_in_hindi_fundamentals_explained

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